When is Dhanteras 2023 ? धनतेरस (Dhanteras) का महत्व और मनाने का कारण !
धनतेरस भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण त्योहार है और इसे भारतवासी भूत धूम धाम से मनाते हैं | कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस मनाई जाती है। धनतेरस का त्योहार दीपावली से पहले मनाई जाती है जिसमे हम भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं |
When is Dhanteras :10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से शुरू हो रही है। इस तिथि का समापन अगले दिन 11 नवंबर की दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर होगा। धनतेरस के दिन पूजा प्रदोष काल में होती है, इसलिए धनतेरस 10 नवंबर को मनाई जाएगी|
धनतेरस (Dhanteras), एक प्रमुख हिन्दू पर्व है, जो भारतीय सांस्कृतिक धरोहर में गहरा महत्व रखता है। यह पर्व दीपावली के पहले दिन का हिस्सा होता है और इसे ‘धन त्रयोदशी’ के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्व का महत्व धन, आर्थिक समृद्धि, और पौराणिक कथाओं के साथ जुड़ा हुआ है। इस लेख में, हम धनतेरस के इतिहास, महत्व, और इसका मनाने का कारण जानेंगे।
धनतेरस (Dhanteras) का इतिहास :
धनतेरस (Dhanteras) का इतिहास भारतीय पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। इसे ‘धन्वंतरि जयंती’ के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन भगवान धन्वंतरि, आयुर्वेद के पिता, पृथ्वी पर आए थे। उनकी प्राप्ति से ही आयुर्वेदिक चिकित्सा शास्त्र का उदय हुआ और इसका अद्भुत उपयोग स्वास्थ्य सुधारने में किया जा सकता है। धनतेरस के दिन, लोग भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं और आयुर्वेदिक उपचारों का उपयोग करके स्वास्थ्य सुधारने का प्रयास करते हैं।
धनतेरस (Dhanteras) का महत्व :
धनतेरस (Dhanteras) का महत्व भारतीय समाज में बहुत अधिक है। इस दिन, लोग अपने घरों को सजाकर सजाते हैं और विभिन्न प्रकार की पूजा-अर्चना करते हैं। मुख्य रूप से धनतेरस पर धन और समृद्धि के आशीर्वाद का आग्रह किया जाता है। यह एक विशेष तरीके से व्यापारी जगत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि व्यापारी वर्ग इस दिन अपने लेन-देन की शुरुआत करते हैं।
धनतेरस (Dhanteras) का महत्व इस बात को भी दर्शाता है कि यह पर्व आयुर्वेद के महत्वपूर्ण मान्यता के साथ जुड़ा हुआ है। धन्वंतरि जयंती के दिन, लोग अपने घरों में आयुर्वेदिक उपचारों का उपयोग करते हैं और स्वास्थ्य सुधारने का प्रयास करते हैं।
धनतेरस (Dhanteras) क्यों मनाया जाता है :
धनतेरस (Dhanteras) का मनाने का प्रमुख कारण लोगों की आर्थिक और आयुर्वेदिक सुख-समृद्धि की कामना करना है। यह पर्व एक विशेष प्रकार के महत्वपूर्ण धातु गोल्ड (सोना) और सिल्वर (चांदी) की प्रतिक्रिया के रूप में मनाया जाता है। लोग इन मेटल्स की विशेष पूजा करते हैं और खरीदारी करने का प्रयास करते हैं, जिसका माना जाता है कि यह उनके धन को और भी बढ़ावा देगा।
धनतेरस (Dhanteras) का महत्व इस बात को भी दर्शाता है कि यह पर्व आयुर्वेद के महत्वपूर्ण मान्यता के साथ जुड़ा हुआ है। धन्वंतरि जयंती के दिन, लोग अपने घरों में आयुर्वेदिक उपचारों का उपयोग करके स्वास्थ्य सुधारने का प्रयास करते हैं।
धनतेरस (Dhanteras) का महत्व इसे समृद्धि के प्रतीक के रूप में मनाने के रूप में भी दर्शाता है। इस दिन को विशेष तरीके से आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है और व्यापारी वर्ग के लोग नए शुरुआती लेन-देन के लिए इसे चुनते हैं।
धनतेरस (Dhanteras) का महत्व आर्थिक दृष्टि से :
आर्थिक दृष्टि से, धनतेरस (Dhanteras) एक महत्वपूर्ण दिन है जब लोग नए संपत्ति खरीदने का आयोजन करते हैं। इस दिन खरीददारी करने का एक विशेष महत्व होता है, खासतर गहनों और सोने-चांदी की प्रतिक्रिया में। धनतेरस के दिन, लोग गहनों की पूजा करते हैं और यह धन और समृद्धि को बढ़ावा देने का प्रतीक माना जाता है।
इसके अलावा, धनतेरस के दिन किसी भी प्रकार की आर्थिक निवारणात्मक समस्याओं का समाधान भी किया जाता है। व्यापारी वर्ग इस दिन अपने व्यवसाय की शुरुआत करते हैं और नए प्रोजेक्ट्स या निवेशों का निर्णय लेते हैं। इससे वित्तीय स्थिति में सुधार होता है और आर्थिक समृद्धि की ओर कदम बढ़ता है।
धनतेरस (Dhanteras) का महत्व आयुर्वेदिक दृष्टि से :
आयुर्वेदिक दृष्टि से, धनतेरस (Dhanteras) एक स्वास्थ्य और लाभकारी दिन माना जाता है। इस दिन, लोग आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग करके अपने स्वास्थ्य को सुधारने का प्रयास करते हैं।
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस दिन के विशेष औषधियों का प्रयोग करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। धनतेरस के दिन, लोग आमतौर पर घर पर बनाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक चाय, तेल, और औषधियों का उपयोग करते हैं, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
इसके अलावा, यह दिन लोगों को आयुर्वेदिक जीवनशैली की ओर प्रोत्साहित करता है और स्वस्थ जीवन के महत्व को बढ़ावा देता है।
धनतेरस (Dhanteras) हिन्दू पौराणिक कथाओं और धर्म के माध्यम से धन, समृद्धि, और स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण प्राप्ति के रूप में मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण पर्व है। यह एक समृद्धि के साथ-साथ आयुर्वेदिक चिकित्सा के महत्व को भी दर्शाता है। इस दिन के अद्वितीय माहौल में, लोग अपने घरों को सजाते हैं, धन और समृद्धि की पूजा करते हैं, और विभिन्न उपायों से आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुधार के प्रयास करते हैं। धनतेरस हमें यह याद दिलाता है कि धन और स्वास्थ्य हमारे जीवन में महत्वपूर्ण हैं, और हमें उनका सावधानी से संरक्षण करना चाहिए।
इस धर्मिक और सांस्कृतिक पर्व को मनाने से हम अपने जीवन को समृद्धि, धन, और स्वास्थ्य से भर देते हैं और एक सफल और खुशहाल जीवन की ओर कदम बढ़ाते हैं।
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