When is Ganesh Chaturthi : गणेश चतुर्थी का महत्व, इतिहास, रीति-रिवाज और उपवास कैसे करें ?
गणेश चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश का स्वागत करने का शुभ समय 18 सितंबर, 2023 को 12:39 PM पर शुरू होगा और 19 सितंबर, 2023 को 01:43 PM पर समाप्त होगा, ड्रिक पंचांग के अनुसार। गणेश उत्सव का दस दिन का महोत्सव 28 सितंबर को गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होगा।
Timing : 18 september 12 : 39 pm to 19 september 01 : 43 pm
Ganesh Chaturthi :
1. गणेश चतुर्थी के पर्व का महत्व (Importance of Ganesh Chaturthi):
- हिन्दू धर्म में गणेश चतुर्थी एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान गणेश के जन्म को मनाता है।
- गणेश चतुर्थी का महत्व है ज्ञान, समृद्धि और शुभ भाग्य के प्रतीक के रूप में।
- यह त्योहार हिन्दू संस्कृति में विशेष महत्व रखता है और भक्ति और समर्पण के साथ मनाया जाता है।
2. गणेश चतुर्थी का इतिहास (History of Ganesh Chaturthi):
- गणेश चतुर्थी का इतिहास छत्रपति शिवाजी महाराज के समय का है, लेकिन यह त्योहार 20वीं सदी में लोकमान्य तिलक के प्रयासों से व्यापक लोकप्रियता प्राप्त करने लगा।
- लोकमान्य तिलक ने इस त्योहार को स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लोगों को जोड़ने और समुदाय भावना को बढ़ावा देने के रूप में देखा और इसे जनसमुदाय के रूप में मनाने का कार्य किया।
3.
Ganesh Chaturthi 2023 : गणेश चतुर्थी के रीति-रिवाज (Rituals of Ganesh Chaturthi)::
- मूर्ति स्थापना (Idol Installation):
- त्योहार की शुरुआत मूर्ति की स्थापना के साथ होती है, जिसमें भगवान गणेश की मिट्टी की या पर्यावरण-सहयोगी मूर्तियों का आदान-प्रदान किया जाता है।
- भक्तगण अपने घरों, मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों में मूर्तियों की स्थापना करते हैं और उनके घरों को सजाते हैं।
- पूजा और पाठ (Prayers and Pujas):
- भगवान गणेश की आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष पूजाएं और पुजाएं की जाती हैं।
- इन रीति-रिवाजों में मंत्रों का पाठ, भक्तिगीतों का गान, और फूल, फल, और मिठाई की प्रसाद की प्रस्तुति शामिल होती है।
- मोदक तैयारी (Modak Preparation):
- मोदक, जो एक मिठा दमा होता है, उसे भगवान गणेश का पसंदीदा भोजन माना जाता है।
- भक्तगण मोदक तैयार करके और गणेश भगवान को देकर अपनी प्रेम और समर्पण का प्रतीक दिखाते हैं।
- विसर्जन (Immersion):
- त्योहार आमतौर पर दस दिन तक चलता है, जिसके आखिरी दिन मूर्तियों का धारण किया जाता है।
- भक्तगण मूर्तियों को निकट सरोवरों, झीलों या समुंदर के किनारे लेकर जाते हैं, जहां उन्हें पूजा और संगीत के साथ डुबाया जाता है।
- इससे भगवान गणेश का अपने दिव्य आवास में वापस जाने का प्रतीक मिलता है।
- समुदाय मनाओ (Community Celebrations):
- गणेश चतुर्थी को समुदाय सभाओं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनियों के साथ मनाया जाता है।
- लोग आमतौर पर दर्शनीय पैंडल (अस्थायी संरचनाएँ) में सार्वजनिक मूर्तियों का स्थापना करते हैं, जिसे लोग देखने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं।
- पर्यावरण संरक्षण (Environmental Concerns):
- हाल के वर्षों में, गैर-जैव घटक सामग्री से बनी मूर्तियों को विसर्जित करने से जुड़े पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति बढ़ती जागरूकता है।
- अब कई लोग इको-फ्रेंडली मूर्तियों का चयन कर रहे हैं और त्योहार को पर्यावरण से जुड़े तरीके से मना रहे हैं।
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4 . Ganesh Chaturthi : गणेश चतुर्थी पर उपवास कैसे करें (How to Observe Fasting on Ganesh Chaturthi):
- उपवास का मतलब (Meaning of Fasting):
- गणेश चतुर्थी पर उपवास का मतलब है व्रत रखना, जिसमें भक्त विशेष खाने पीने में संयम बरतते हैं और भगवान का पूजन करते हैं।
- उपवास की आवश्यकता (Need for Fasting):
- गणेश चतुर्थी के दिन उपवास का पालन करने से भक्त अपने मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर पवित्रता और समर्पण की भावना रखते हैं।
- कैसे करें गणेश चतुर्थी पर उपवास (How to Observe Ganesh Chaturthi Fasting):
- उपवास का पालन करने के दौरान, व्रती विशेष प्रकार के आहार का सेवन नहीं करते हैं, जैसे कि अनाज, दालें, मांस, और अल्कोहल।
- उपवास के दौरान जल, फल, और दूध का सेवन किया जा सकता है।
- व्रती भक्त विशेष पूजाएं करते हैं और भगवान गणेश की आराधना करते हैं, जिसमें मंत्रों का पाठ और आरती शामिल होती है।
- उपवास का खत्म (Ending the Fast):
- गणेश चतुर्थी के उपवास को समाप्त करने के बाद भक्त भगवान की प्रासाद के रूप में फल और मिठाई का सेवन करते हैं।
- यह उपवास भक्तों के लिए आत्मा के पवित्रता को महसूस करने का मौका प्रदान करता है और उन्हें भगवान के समर्पण में एक मिलनसर अनुभव करने का अवसर देता है।
- उपवास के फायदे (Benefits of Fasting):
- उपवास करने से शारीरिक और मानसिक शुद्धता मिलती है, और यह आत्मा को एक ऊँचे स्तर पर पहुँचाता है।
- गणेश चतुर्थी के दिन उपवास करने से भक्त अपनी भक्ति और समर्पण को मजबूत करते हैं और भगवान के प्रति अपने संकल्प को साबित करते हैं।
- सावधानियाँ और सुझाव (Precautions and Tips):
- उपवास करने से पहले एक चिकित्सक या आहार विशेषज्ञ से सलाह लेना फायदेमंद हो सकता है, खासकर यदि कोई व्यक्ति मेडिकल स्थितियों का सामना कर रहा हो।
- उपवास के दौरान पर्यापन और संतुलित आहार का पालन करना महत्वपूर्ण है, ताकि शारीरिक स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े।
5.
Ganesh Chaturthi 2023 : संक्षिप्त जानकारी (Summary):
- गणेश चतुर्थी हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है जो भगवान गणेश के जन्म को मनाता है और उनके समर्पण की भावना को दर्शाता है।
- इसे धार्मिक और सांस्कृतिक रूप में मनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से भी मनाया जाता है।
- गणेश चतुर्थी पर उपवास करने से भक्त अपने मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर पवित्रता और समर्पण की भावना रखते हैं, और उन्हें भगवान के समर्पण में एक मिलनसर अनुभव करने का अवसर देता है।
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